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लॉक डाउन के दिन
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लॉक डाउन इन हिंदी, कोरोना वायरस से लड़ते हुए आज हमारे देश को लगभग 3 महीने होने जा रहे हैं कोरोना वायरस का जो कहर  है अभी भी जारी है कितने लोग मारे गए हैं और अभी भी बहुत से लोग पीड़ित हैं इस महामारी के चलते हमारे देश की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो ही गई है और साथ ही व्यक्तियों के मानसिक संतुलन में भी बदलाव आ चुका है क्योंकि अब एक डर हर पल हर घड़ी हमें सता हमें सता रहा है कोरोना की वजह से आज हम बहुत ही ज्यादा भयभीत होते जा रहे हैं क्योंकि यह क्योंकि यह जानलेवा संक्रमण है और यह वायरस जब एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जाता है तो तब सीधे हमारी जान पर ही बन आती है हमारे दुख से आपको खुशी महसूस होती है हे ईश्वर आप कैसे खेल, खेल रहे हैं। लॉक डाउन के चलते समस्या से निपटने के लिए हमें,आपने जितनी भी शक्ति और बल दिया है जितना बुद्धि और विवेक दिया है शायद ही हम उसका इस्तेमाल कर पाते लेकिन हमने इतना धैर्य रखा कि अपने देश के संकट में हमने उसका साथ दिया है और हमारे देश ने हमारा साथ दिया है। आज हमारे देश की स्थिति बाकी देशों की अपेक्षा काफी हद तक कम से कम खराब है लेकिन फिर भी गंभीर बनी ही हुई है इस कोरोना के कारण हमारे मन में बहुत से विचार आते रहते हैं लेकिन संग्रह करना उचित नहीं है क्योंकि जीवन में संकट आते और जाते रहते हैं हमें तो बस यह देखना चाहिए कि हमारे जीवन में जिस भी प्रकार का संकट आया हो उसका सामना हमने कितनी बहादुरी और कितने हिम्मत व साहस के साथ किया है दोस्तों मेरा कहने का मतलब यह है कि यह वह समय है जो कि हमारे मन और जनजीवन में आपदा बनकर आया है इस आपदा से निपटने के लिए हमें हिम्मत और साहस की जरूरत होगी अगर यह दोनों ताकत हमारे अंदर है तो,हमे यह आपदा कभी नहीं हरा सकती हमारे जितने भी लोग शहीद हुए हैं मैं उन्हें तो शहीद ही कहूंगी क्योंकि उनका जीवन सहसा इस आपदा में ही गया है इस प्राकृतिक आपदा के कारण शस्त्र जाने चली गई लेकिन क्या हमें आज यह सबक नहीं मिला है कि मनुष्य की एक छोटी गलती भी इस संसार को नष्ट कर सकती है तो क्यों ना हम इस संसार को नष्ट होने से बचाने के उपाय करें, ना कि उस तरफ गलती की और बढ़े, गलती करने से हमारा जो नुकसान हुआ है वह कभी भर तो नहीं  पाएगा। क्योंकि वस्तु एक जाएगी दूसरी बन जाएगी लेकिन जिंदगी अगर चली जाती है दोस्तों तो दोबारा लौटकर नहीं आती है मुझे बहुत अफसोस है उन भाइयों के लिए उन बहनों के लिए उन माताओं के लिए जिन्होंने अपना जीवन ऐसे ही गवा दिया मात्र एक छोटे से कोरोनावायरस का शिकार होकर उन्होंने अपनी सांसों को चंद लम्हों में ही उस कातिल कोरोना ने कब्ज़े में कर डाला उनका जीवन यूं ही नष्ट हो गया उनके जीवन का अंत ही हो गया।

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 दुनिया याद रखें अब हमें सबक सीखना चाहिए उनकी मृत्यु से उनके इस खोए हुए जीवनासन से की जिंदगी में कभी भी ऐसी गलती ना करें जिससे हमारी मानव सभ्यता और मानव संस्कृति का विनाश हो मानव को बुद्धि और बल मिला है लेकिन उसका गलत इस्तेमाल करने से हमेशा कोई ना कोई विपत्ति में वह पड़ जाता है। हे मेरे दोस्तों अगर आपको यह लगता है कि आपकी एक गलती पूरे विश्व के लिए खतरा बन सकती है तो उस गलती को कभी ना दोहराएं क्योंकि जिस गलती को दो हराने से यह हो सकता है कि संसार ही नष्ट हो जाए मुझे बहुत ही दुख होता है जब मैं अपने देश और समाज को इस भयभीत स्थिति में देखती हूं क्योंकि कोरोनावायरस एक जानलेवा वायरस साबित हुआ और उस जालिमा वायरस ने न जाने कितने हजारों लाखो लोगों की जान ले ली इतनी तेजी से फैलने वाला वायरस हमारे जीवन काल में तो हमने पहली बार ही देखा है क्योंकि इतना खतरनाक वायरस शायद ही अभी तक कहीं मिला एक छोटी सी गलती के कारण यह वायरस सभी देशों तक पहुंचा और सभी देशों की आर्थिक स्थिति और मानसिक संतुलन को डाबाडोल कर चुका है।
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                 अब हम मनुष्यों मे मजदूर वर्ग में  इस संकट और महामारी के चलते बहुत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है इस समस्या के कारण लाखों मील से पैदल चले आए दोस्त हमारे मजदूर भाई कितनी तकलीफ से गुजरे उन्होंने लंबी लंबी यात्राओं को तय किया है यह हम और आप सोच भी नहीं सकते लेकिन क्या करें आपातकालीन की स्थिति में उन्हें कौन जगह दे उन्हें कौन अपने घर रखें क्योंकि आजकल सब स्वार्थी हो गए थे और इस कारण कोरोना काल में और भी ज्यादा स्वार्थी हुए क्योंकि अपनी जान से बढ़कर अब लोगों को कुछ भी नहीं लग रहा था और अपनी जान की रक्षा हेतु वह लोगों को घर से बेघर करे जा रहे थे इस महामारी ने लोगों को खाने के लिए मोहताज कर दिया दाने दाने की कीमत समझा दी कि क्या होता है इंसान के जीवन में कभी ऐसे हालात हो जाए तो उसे कभी भी ऐसी नौबत आ सकती है जिससे वह दाने-दाने के लिए तरस सकता है हमारे आस पड़ोस में हमारे जानवर कुत्ते,गाय,भैंस सभी जानवरों को भी खाने की बहुत कमी आई और इस वजह से बहुत से जानवर तो भूखे ही मर गए।यह जीवन है इस जीवन में हम लोगों की शक्ति ही कार्य करती है। हम हैं जीवन की ओर अग्रसर होने के लिए एक मौका मिले तो हम आगे जीते चले जाते हैं लेकिन जब मौत का संकट सर पर मंडरा रहा हो तब भला किसे क्या होता है और जिस तरह से कोरोना का संकट हमारे ऊपर आया हमारे देश और  विदेशों में भी यह संकट आया और लगभग पूरे विश्व में एक समस्या का आना हमारे लिए चुनौतीपूर्ण समस्या थी मगर इस समस्या का हमने डटकर सामना किया और लगभग  ग्रीन जोन में होने पर लॉक डाउन खोले गए और जहां रेड जोन हैं वहां अभी भी लॉक डाउन ज्यादा है। और बहुत से लोगों की घरेलू और खानपान की समस्या  निपटा पाया। इस कठिन वक्त में बहुत सी बड़ी-बड़ी एजेंसियों और बड़ी-बड़ी कंपनियों और सेवा संगठन एवं धनी वर्ग के लोगों ने सहायता की और आम जनता तक राशन सब्जी और जरूरी सामान पहुंचाया जिससे कि हमारा देश चलता रहा। और हम यूं ही हमेशा बढ़ते रहेंगे चलते रहेंगे कभी नहीं हारेंगे कभी नहीं थकेंगे 

हम हिंदुस्तानी,हम हिंदुस्तानी
जय हिंद
जय भारत
🇮🇳🙏🇮🇳


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